Maldives Political Turmoil के बीच मालदीव में राजनीतिक अशांति फैलने की आशंका से मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को हटाने की अटकलें तेज़
Maldives Political Turmoil क्या है आइये जानते है – भारत और मालदीव की तीखी नोकझोक के बाद से ही मालदीव में काफी तेज़ राजनीतिक उठा पठक मची हुई है , असलियत में ये सारा खेल राजनीति की वजह से है शुरुआत मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से होती है , जिन्होंने 2023 के अंत में पदभार संभाला था, वो आज मालदीव में राजनीतिक अशांति का कारण और संसद में तीखी बयान बाजी के बाद सप्ताह के आखिरी में दोषी ठहराये गए हैं
मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) की प्राइमरी विपक्षी पार्टी है उसने पूर्ण बहुमत के साथ मोहम्मद मुइज्जू को दोषी साबित करने के लिए आ वश्यक हस्ताक्षर एकत्र कर लिए हैं। जिससे Maldives Political Turmoil होना तय माना जा रहा है भारत के साथ बढ़ते कूटनीतिक विभाजन की वजह से इसको पहले से ही जटिल राजनीतिक उथल-पुथल की ओर बढ़ा दिया है, जिससे स्थिति और गंभीर होती दिख रही हैं।
राजनीतिक व्यवस्था को चुनौती देने से राष्ट्रपति मुइज़ू का राजनीतिक भविष्य अनिश्चित
2023 के चुनाव के दौरान 54% वोट प्राप्त करने के बावजूद, राष्ट्रपति मुइज़ू का राजनीतिक भविष्य अनिश्चित बना हुआ है। 80 सीटों वाली विधायिका में से People’s Majlis को केवल 19 सीटों के साथ बहुमत गठबंधन प्राप्त होने से राष्ट्रपति पद को अब खतरा दिखाई दे रहा है । राष्ट्रपति मुइज़ू को जो बहुमत मिला है वो काफी कम है क्योंकि महाभियोग प्रस्ताव के लिए दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है, जबकि विपक्ष के पास इनसे अधिक बहुमत मिलने की संभावना है ।
मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी की स्थापना पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने की थी, जिसमें अभी 43 सदस्य हैं और इस पार्टी के पास मजबूत बहुमत है , एक अन्य पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद के नेतृत्व वाले डेमोक्रेट पार्टी ने विपक्ष से हाथ मिला कर उनकी कुल सीटों में 13 और सीटें जोड़ दीं। अब तुलना की जाए तो मुइज़ू पार्टी मुश्किल से 19 सदस्य जुटाने में सक्षम है। जिसकी वजह से मालदीव की राजनीतिक में भारी उलटफेर (Maldives Political Turmoil) संभव है।
टाइटन्स की लड़ाई के बीच संसद में अराजकता
Maldives Political Turmoil
राष्ट्रपति मुइज्जू के महाभियोग के खिलाफ विपक्ष का अभियान मालदीव की संसद में हाल के विरोधों से शायद हो सकता है, जो उनके मंत्रिमंडल में शामिल चार सदस्यों के प्राधिकरण पर विवादों से उत्पन्न हुआ था। Maldives Political Turmoil इसी का कारण है जिसके वजह से विशेष संसद सत्र उथल-पुथल के कारण खराब हो गयी क्योंकि पीपुल्स नेशनल कांग्रेस गठबंधन के सरकारी सांसदों और मालदीव की मुख्य विपक्षी प्रोग्रेस सरकार के समर्थकों ने सहमति प्रदान न करने के विपक्ष के फैसले पर उग्र रूप से आपत्ति जताई थी |
डेमोक्रेट्स के साथ एमडीपी के सहयोग की से महाभियोग प्रस्ताव पर पर्याप्त हस्ताक्षर हो चुके हैं। लेकिन उन्होंने इसे अभी तक जमा नहीं किया है,” एक एमडीपी सांसद ने ये बयान दिया , जो कि मालदीव की राजनीतिक उथल-पुथल ((Maldives Political Turmoil)) के लिए पर्याप्त कारण बन गए हैं
कूटनीतिक दुविधा: भारत राजनीतिक संघर्ष में शामिल
राजनीति उठापटक के वजह का एक और मुख्य कारण भारत और मालदीव के बीच बढ़ती कूटनीतिक खींचतान है। राष्ट्रपति मुइज़ू ने मालदीव के लोगों के “मजबूत जनादेश” मिल सके ऐसा हवाला देते हुए योजनाबद्ध राजनयिक पैंतरेबाज़ी दिखाते हुवे अनुरोध किया था कि 15 मार्च तक भारत से 88 सेवारत सैनिकों की मालदीव से वापसी हो । ये एक बड़ा कारण और अप्रत्याशित कदम है जो मालदीव की राजनीति (Maldives Political Turmoil) को बदल सकता है जिसकी वजह से राष्ट्रपति मुइज़ू की महाभियोग की प्रक्रिया और कठिनाई में पहुँच जाएगी ।
राजनीतिक और विदेशी मामलों के यूनियन के वजह से मालदीव अभी अस्थिर स्थिति में है, जो कि मालदीव की राजनीति में उठापठक (Maldives Political Turmoil) का कारण है अब इन कदमों का प्रभाव घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जा रहा है।
परिवर्तन के दौर में देश: अशांति के बीच संसद के नियमों में संशोधन
राष्ट्रपति मालदीवियन संसद ने वर्तमान की गंभीर स्थिति को समझते हुए महाभियोग प्रस्ताव प्रस्तुत करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अपने स्थायी आदेशों को संशोधित किया। अब जबकि कंजर्वेटिव या एमडीपी के पास महाभियोग चलाने के लिए आवश्यक संख्या-56-से अधिक सांसद हैं, तो राजनीति का पूरा खेल ही बदलने वाला लगता है जिससे मालदीव की राजनीति और संसद में भा री उथल पुथल (Maldives Political Turmoil) संभव है
मालदीव की राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मडीपी के संसदीय समूह ने बैठक में राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ आरोप लगाए है । जिससे मौजूदा राष्ट्रपति को हटाने के लिए आंदोलन जोर पकड़ रहे हैं। इन सबसे देश की राजनीति में एक नया मोड़ आने के आसार दिखाई दे रहे है , मालदीव की संसद में राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ आरोपों के वजह से अराजकता फ़ैल चुकी है |
मालदीव अभी भी अनिश्चितता के दौर के बीच संघर्ष जारी :
नीले महासागर के बीचों बीच मालदीव एक सफेद रेतीला समुद्री तट है जो देश अपने खूबसूरती के लिए जाना जाता है। वहाँ पर आज कल राजनीतिक तूफान मचा है मालदीव (Maldives Political Turmoil) के लोगों में इस समय अशांति और असुरक्षा भावना घर कर गयी है, राजनीतिक तनाव और राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ आने वाले महाभियोग की वजह से देश का भविष्य अच्छा नही दिख रहा है। मालदीव के लोग राजनीति में एक भारी उलटफेर के कगार पर हैं क्योंकि विपक्ष ने बड़ी कुशलता से अपना राजनीतिक दांव चल दिया है
निष्कर्ष: मालदीव अस्थिरता की ओर
मालदीव के निवासी, जो कि शांतिप्रिय जीवन जीने के लिए जाने जाते हैं वहाँ वो लोग अब राजनीति में सत्ता परिवर्तन के दौर से गुजर रहें हैं | महाभियोग प्रक्रिया के परिणाम से न केवल राजनीतिक माहौल बल्कि विदेशों में भी देश की छवि धूमिल होगी ।
दुनिया टकटकी लगाकर मालदीव की राजनीति में उथल पुथल को देख रही है क्योंकि वहाँ सत्ता परिवर्तन लगभग तय माना जा रहा है अब आने वाले दिन ही बताएंगे कि (Maldives Political Turmoil) मालदीव की राजनीति में क्या तूफान आएंगे और अपने लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए मालदीव क्या करता है Continue to Site